एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक किसान अपने मां-बाप और पत्नी के निधन के बाद जैविक खेती की ओर रुख करता है। किसान का नाम रामू है, जो उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव का रहने वाला है। रामू ने बताया कि वह पहले केमिकल खेती करता था, लेकिन उसके मां-बाप और पत्नी की मौत के बाद वह इस खेती से तंग आ गया।
रामू ने बताया कि केमिकल खेती से फसलों में जहरीले तत्व आ जाते हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। इसके अलावा, केमिकल खेती से मिट्टी भी खराब हो जाती है।
रामू ने फैसला किया कि वह अब केमिकल खेती नहीं करेगा और पूरी तरह से जैविक खेती करेगा। इसके लिए उसने जैविक खेती के बारे में जानकारी जुटाई और फिर अपने खेतों में जैविक खाद और कीटनाशक का इस्तेमाल करना शुरू किया।
रामू का कहना है कि जैविक खेती करने से उसकी फसलों की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। अब उसकी फसलों में कोई जहरीला तत्व नहीं होता है और मिट्टी भी खराब नहीं होती है।
रामू का यह कदम काफी सराहनीय है। यह दिखाता है कि वह अपने परिवार और समाज के लिए कुछ अच्छा करना चाहता है। रामू की कहानी से यह भी प्रेरणा मिलती है कि जीवन में मुश्किलों का सामना करने के बाद भी हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए।
अपने माता-पिता के असमय निधन से विकास के जीवन में ऐसा बदलाव आया कि उन्होंने ठान लिया कि वह मुनाफा नहीं, बस लोगों की सेहत बनाने पर ध्यान देंगे। शायद यह उनकी इसी नेक नीयत का नतीजा है कि आज वह पहले से भी कहीं ज़्यादा मुनाफा कमा रहे हैं।#inspiring #organicfarming #Farmer #farming pic.twitter.com/fFbcnhcxey
— द बेटर इंडिया (The Better India – Hindi) (@TbiHindi) October 6, 2023
रामू की कहानी से क्या सीख सकते हैं?
रामू की कहानी से हम कई बातें सीख सकते हैं, जैसे:
जीवन में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, लेकिन हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए।
हम अपने परिवार और समाज के लिए कुछ अच्छा कर सकते हैं।
जैविक खेती एक बेहतरीन तरीका है।
रामू की कहानी से हमें यह भी प्रेरणा मिलती है कि हम अपने जीवन में कुछ अच्छा करने के लिए प्रयास करें।